Reason behind National Panchayati Raj Day in Hindi: आखिर कब और क्यों मनाया जाता है पंचायती राज दिवस? | Why National Panchayati Raj Day is celebrated in Hindi?

Raashtreey Panchaayat Raaj Divas 2022: जानें कब और क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस, जानिए इससे जुडी इतिहास, महत्व और क्यों है महत्वपूर्ण | When and why National Panchayat Raj Day is celebrated? know history, importance in Hindi 


भारत में 24 अप्रैल को पंचायती राज प्रणाली का राष्ट्रीय दिवस, जिसे राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कहते हैं प्रतिवर्ष मनाया जाता है. यह दिवस भारतीय संविधान के 73वें संशोधन अधिनियम, 1992 के पारित होने का प्रतीक है, जो 24 अप्रैल 1993 से लागू हुआ था. 

हर साल 24 अप्रैल को सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस बहुत धूमधाम से मनाया जाता है खासकर गावो में. पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है. रिपन ने 1882 में स्थानीय संस्थाओं को उनका लोकतांत्रिक ढांचा प्रदान किया था. सबसे पहले राजस्थान में ये व्यवस्था लागू की गई थी.

राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (National Panchayati Raj Day 2022) भारत में पंचायती राज व्यवस्था का राष्ट्रीय दिवस है. इस वर्ष 24 अप्रैल 2022 को भारत का 13वां राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया गया. लेकिन क्या आप जानते है की आखिर क्यों मनाई जाती है राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस (National Panchayati Raj Day)? क्या है इसका इतिहास और महत्व? जानिये राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस से जुड़ी अहम बातें...


Why is National Panchayat Raj Day celebrated? | Why National Panchayat Raj Day is celebrated in Hindi?
राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस क्यों मनाया जाता है?
Why National Panchayat Raj Day is celebrated?


राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस (Raashtreey Panchaayat Raaj Divas) क्या है? | What is National Panchayati Raj Day ?

कहा जाता है कि भारत का दिल उसके गांवों में बसता है और देश की समृद्धि उसके गांवों से ही है. देश में तकरीबन में छह लाख से अधिक गांव हैं. जो छह हजार से अधिक ब्लॉक और 750 से अधिक जिलों में बंटे हुए हैं. सिर्फ केंद्र या राज्य सरकार ही पूरे देश को चलाने में सक्षम नहीं हो सकती है. इसके लिए स्थानीय स्तर पर भी प्रशासन की व्यवस्थ की गई है. इसी व्यवस्था को पंचायती राज का नाम दिया गया है. पंचायती राज के अंतर्गत गांव की ग्राम पंचायत, ब्लॉक स्तर पर ब्लॉक परिषद, जिला स्तर पर जिला परिषद आता है. इन संस्थानों के लिए सदस्यों का चुनाव होता है जो जमीनी स्तर पर शासन की बागडोर संभालते हैं.

पंचायती राज का तात्पर्य स्वशासन से है, और यह व्यवस्था शासन के विकेंद्रीकरण के तहत की गई है. पंचायती राज संस्था को भारत के सबसे पुराने शासी निकायों में माना जाता है. हर साल सत्ता के विकेंद्रीकरण के ऐतिहासिक क्षण को यादगार बनाने के लिए के लिए भारत 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाता है. पंचायती राज व्यवस्था कोई नई व्यवस्था नहीं है ये प्राचीन काल से चली आ रही एक बेहतरीन व्यवस्था है.


राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का इतिहास क्या है ? | History of National Panchayati Raj Day in Hindi

पंचायत शब्द दो शब्दों 'पंच' और 'आयत' के मेल से बना है. पंच का अर्थ है पांच और आयत का अर्थ है सभा. पंचायत को पांच सदस्यों की सभा कहा जाता है जो स्थानीय समुदायों के विकास और उत्थान के लिए काम करते हैं और स्थानीय स्तर पर कई विवादों का हल निकालते हैं. पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है. रिपन ने 1882 में स्थानीय संस्थाओं को उनका लोकतांत्रिक ढांचा प्रदान किया था. अगर देश में किसी गांव की हालत खराब है तो उस गांव को सशक्त और विकसीत बनाने के लिए ग्राम पंचायत उचित कदम उठाती है. पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है. 

1957 में, एक समिति बनाई गई जिसने भारत में पंचायती राज के विकास पर ध्यान केंद्रित किया. बलवंतराय मेहता को समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया. समिति की रिपोर्ट के अनुसार, इसने विकेंद्रीकृत तीन पंचायती राज पदानुक्रम की सिफारिश की. इसमें शामिल है –

  1. ग्राम स्तर पर ग्राम पंचायत
  2. प्रखंड स्तर पर पंचायत समिति
  3. जिला स्तर पर जिला परिषद

पंचायतों के प्रतिनिधियों के नाम प्रधान, मुखिया या सरपंच तय किए गए. बलवंत राय मेहता समिति के सुझावों के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सबसे पहले 2 अक्टूबर 1959 को राजस्थान के नागौर ज़िले में पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया था. इसके कुछ दिनों के बाद आंध्र प्रदेश में भी इसकी शुरुआत हुई थी


पंचायती राज दिवस की शुरुआत तथा मनाने का कारण क्या है? | What is the reason for the beginning of Panchayati Raj Day in Hindi?

पंचायती राज दिवस पहली बार 24 अप्रैल, 2010 को मनाया गया था. यह दिन 1992 में संविधान के 73 वें संशोधन के अधिनियमन का प्रतीक है. इस ऐतिहासिक संशोधन के जरिए जमीनी स्तर की शक्तियों का विकेंद्रीकरण किया गया और पंचायती राज नाम की एक संस्था की बुनियाद रखी गई. पंचायती राज मंत्रालय हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के रूप में मनाता है. 73वें संशोधन के तहत संविधान में भाग-9 जोड़ा गया था. जिसके अंतर्गत पंचायती राज से संबंधित उपबंधों की बात की गई है. भारत में पंचायती राज व्यवस्था की देखरेख के लिए 27 मई 2004 को पंचायती राज मंत्रालय को एक अलग मंत्रालय बनाया गया. भारत में हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है. इसकी शुरुआत साल 2010 से हुई है. इस दिवस को मनाने का कारण 73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 है जो 24 अप्रैल 1993 से लागू हुआ था. इस दिन बेहतर प्रदर्शन करने वाली पंचायतों को पुरस्कृत करने का भी प्रावधान किया गया है.


पंचायती राज कैसे चलता है? | How does Panchayati Raj work in Hindi?

शुरुआती दिनों में एक सरपंच गांव का सर्वाधिक सम्मानित व्यक्ति होता था. हर कोई उसकी बात सुनता था. यानी गांव के स्तर पर सरपंच में ही सारी शक्तियां होती थीं. लेकिन अब ग्राम, ब्लॉक और जिला स्तरों पर चुनाव होता है, और प्रतिनिधियों को चुना जाता है. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं के लिए पंचायत में आरक्षण होता है. पंचायती राज संस्थानों को कई तरह की शक्तियां दी गई हैं ताकि वे सक्षम तरीके से काम कर सकें.


राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस का महत्व क्या है? | What is Significance of National Panchayati Raj Day in Hindi?

हर साल हम 73वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 के कारण 24 अप्रैल को पंचायती राज दिवस मनाते हैं. 73वें संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 का पारित होना 24 अप्रैल 1993 को लागू हुआ. पंचायती व्यवस्था के माध्यम से ऐसा लगता है कि हर गांव उस विशेष क्षेत्र के प्रशासन को चलाने के लिए ब्लॉक, ब्लॉक और जिले का एक अलग प्रमुख है. भारत में पंचायती राज व्यवस्था की निगरानी के लिए 27 मई 2004 को एक अलग पंचायती राज मंत्रालय का गठन किया गया था. 24 अप्रैल 2010 से हम नियमित रूप से राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मना रहे हैं. पंचायती राज प्रणाली का मिशन सामाजिक न्याय के साथ-साथ समावेशी विकास और सेवाओं के कुशल वितरण को सुनिश्चित करने के लिए जवाबदेह पंचायती राज संस्थानों को सशक्त, सक्षम और स्थापित करना है.


पंचायती राज दिवस थीम और पुरस्कार क्या है? | What is Panchayati Raj Day Theme and Awards in Hindi?

भारत इस बार 12वां पंचायती राज दिवस मना रहा है. इस साल समारोह बिना किसी विशेष थीम या विषय के आयोजित किया जा रहा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में ग्राम स्तर के समारोह, सेमिनार और कई और दूसरे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. ये पुरस्कार पांच श्रेणियों में दिए जाएंगे.

  1. दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार
  2. नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम पुरस्कार 
  3. ई-पंचायत पुरस्कार
  4. ग्राम पंचायत विकास योजना पुरस्कार
  5. बाल हितैषी पंचायत अवॉर्ड

आज डिजिटल इंडिया के जमाने में कई योजनाओं को डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए अंजाम दिया जा रहा है. पंचायतों के सशक्तिकरण और विकास के लिए देश में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं.


राष्ट्रीय पंचायती दिवस पर क्या होता है? | What happens on National Panchayati Day in Hindi?

हर साल प्रधानमंत्री सीधे ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि से बात करते हैं और प्रगति रिपोर्ट पर एक नज़र डालते हैं. पंचायती राज व्यवस्था के कामकाज को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा होती है. 24 अप्रैल 2015 को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने "महिला सरपंचों के पतियों" या "सरपंच पति" की प्रथा को समाप्त करने का आह्वान किया, क्योंकि उन्होंने निर्वाचित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए सत्ता में चुनी गई अपनी पत्नियों के काम पर अनुचित प्रभाव डाला है. इस अवसर पर कई जगह अच्छा काम करने वाले सरपंच अथवा ग्राम सभा आदि को सम्मानित किया जाता है.


राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस से जुड़े सवाल और उनके जवाब | Frequently asked questions about National Panchayati Raj Day in Hindi


प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कब मनाया जाता है? | When is National Panchayati Raj Day celebrated every year in Hindi?

भारत में हर साल 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाया जाता है. 


पंचायती राज व्यवस्था का जनक कौन है? |Who is the father of Panchayati Raj system in Hindi?

पंचायती राज व्यवस्था का जनक लॉर्ड रिपन को माना जाता है. रिपन ने 1882 में स्थानीय संस्थाओं को उनका लोकतांत्रिक ढांचा प्रदान किया था. 


राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस मनाने का मुख्य कारण क्या है? | Main reason for celebrating National Panchayati Raj Day in Hindi?

इस दिवस को मनाने का कारण 73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 है जो 24 अप्रैल 1993 से लागू हुआ था.


पहली बार पंचायती राज दिवस कब मनाया गया था? | When was Panchayati Raj Day celebrated for the first time in Hindi?

पंचायती राज दिवस पहली बार 24 अप्रैल, 2010 को मनाया गया था.


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