Marathi Bhasha Gaurav Diwas 2023 in Hindi: आखिर क्यों मनाया जाता है 'मराठी भाषा दिवस'? जानिए हिंदी के बाद कौन से पायदान पर आती है यह बोली? | Why is 'Marathi Language Day' celebrated only on 27 February? Know reason history importance in Hindi
वर्ष 1947 में जब भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुआ था, तो देश के सामने राजभाषा को लेकर एक सवाल खड़ा हो गया था. क्योंकि भारत विविधताओं का देश है, यहां सैकड़ों भाषा और बोलियां बोली जाती है. राष्ट्रभाषा के रूप में किस भाषा को चुना जाए ये बहुत बड़ा प्रश्न था. काफी विचार के बाद हिंदी और अंग्रेजी को नए राष्ट्र की भाषा चुना गया. (Marathi Bhasha Gaurav Diwas 2023 in Hindi)
वर्ष 2011 में हुए एक सर्वे के अनुसार, भारत में हिंदी भाषा सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है. इसलिए यह पहले पायदान पर आती है. मराठी भाषा भारत तीसरा सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है, इसलिए यह तीसरे स्थान पर आती है. बताया जाता है कि देश में करीब 7.1 फीसदी लोग मराठी भाषा में बात करना पसंद करते हैं. (Janiye Marathi Bhasha Gaurav Diwas 2023 kyo manaya jata hai)
इस लेख में हम मराठी भाषा दिन के बारे और उससे जुड़े सभी महत्वपूर्ण जानकारी को जानेंगे. 'मराठी भाषा दिवस' क्या है? इसका इतिहास क्या है? क्या है 'मराठी भाषा गौरव दिवस' की कहानी? किसके याद में यह मराठी भाषा दिन मनाया जाता है? इनके साथ हम 'मराठी भाषा दिवस' के महत्त्व को भी जानेंगे. यदि आप 'मराठी भाषा दिवस' के बारे में अधिक जानना चाहते है तो इस लेख को अंत तक पढ़े. ( Read why 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas' is celebrated in Hindi?)
भारत में विविध भाषा और मराठी भाषा | Marathi language and Various other languages in India
भारत देश में विविध जाति-धर्म और भाषाओं के लोग रहते हैं. यहां करीब 800 से अधिक भाषाएं हैं, जिनमें 200 भाषाओं का इस्तेमाल आमतौर पर बोलचाल के लिए ज्यादा किया जाता है. पूरे देश में हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है जिसे अधिकांश लोग समझते और बोलना जानते हैं, इसलिए इसे राष्ट्रभाषा कहा जाता है. पूरे देश में हिंदी भाषा का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है. इसी के साथ बंगाली और मराठी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है. कहा जाता है कि विविधताओं के देश भारत में हर 12 कोस पर संस्कृति और बोली बदलती है. ऐसे ही मराठी भाषा में भी विविधता देखने को मिलती है. (Importance of Marathi Bhasha in Hindi)
दरअसल, वर्ष 2011 में हुए एक सर्वे के अनुसार, भारत में हिंदी भाषा सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है. इसलिए यह पहले पायदान पर आती है. देश में लगभग 45 फीसदी लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. मराठी भाषा भारत तीसरा सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है, इसलिए यह तीसरे स्थान पर आती है. उपलब्ध जानकारियों के अनुसार देश में करीब 7.1 फीसदी लोग मराठी भाषा का उपयोग बात करने के लिए करते हैं. (Significance of Marathi Bhasha in Hindi)
यह भी पढ़े
👉 Sant Ravidas: कौन थे संत रविदास? क्यों मनायी जाती है उनकी जयंती
क्या है मराठी भाषा गौरव दिवस? | What is 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas' in Hindi?
मराठी भाषा गौरव दिवस, मराठी भाषा के महत्त्व को बताता है. जिस तरत हिंदी दिवस, हिंदी भाषा के महत्व और जरुरत को बताता है. उसी तरह 'मराठी भाषा गौरव दिवस' मराठी भाषा के महत्त्व और आवश्यकता को लोगो तक पहुंचाने का कार्य करता है. मराठी भाषा को अधिक लोकप्रिय बनाने और जन जन तक पहुंचाने में यह दिवस महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. (Marathi Bhasha Gaurav Diwas kya hai)
मान्यताओं के अनुसार, मराठी भाषा का इतिहास लगभग 1500 साल पुराना है. गौरतलब है कि हर राज्य की अपनी एक अलग भाषा होती है, इसलिए महाराष्ट्र में रहने वाले अधिकांश लोग आम बोलचाल के लिए मराठी भाषा का ही इस्तेमाल करते हैं. मराठी भाषा का ज्यादा से ज्यादा विस्तार हो और इसके गौरव व सम्मान सदियों तक बरकरार रखने के लिए ही महाराष्ट्र में हर साल 27 फरवरी को मराठी भाषा दिन मनाया जाता है.(What is Marathi Bhasha Gaurav Diwas in Hindi)
मराठी भाषा गौरव दिवस क्यों मनाया जाता है? | Why is 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas' is celebrated in Hindi?
मराठी भाषा गौरव दिवस प्रत्येक वर्ष 27 फरवरी को महाराष्ट्र के वयोवृद्ध कवि विष्णु वामन शिरवाडकर उर्फ कुसुमाराज के जन्मदिन पर मनाया जाता है. कवी कुसुमाराज ने महाराष्ट्र के सांस्कृतिक क्षेत्र में अभूतपूर्व तथा महत्वपूर्ण योगदान दिया है. तथा मराठी भाषा को ज्ञान की भाषा बनाने बनाने में अथक प्रयास किया है. ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रसिद्ध मराठी कवि विष्णू वामन शिरवाडकर (Vishnu Vaman Shirwadkar) (कुसुमाग्रज) (Kusumagraj) के जन्मदिन को 'मराठी भाषा गौरव दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. मातृभाषा मराठी में उनके योगदान और कुसुमराज की स्मृति में को 'मराठी भाषा गौरव दिवस' मनाया जाता है. 'मराठी भाषा गौरव दिन' मनाने का निर्णय वर्ष 2013 को लिया गया. (Reason to celebrate 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas' in Hindi)
हर साल 27 फरवरी को 'मराठी भाषा दिन' (Marathi Bhasha Din) मनाया जाता है. इस दिन को 'मराठी भाषा गौरव दिवस', 'मराठी राजभाषा दिन', 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas', 'Marathi Bhasha Din' आदि नामो से भी जाना जाता है. (Marathi Bhasha Gaurav Diwas Different Names)
'मराठी भाषा गौरव दिवस' का इतिहास क्या है? | What is history of 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas' in Hindi
चूंकि ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता मराठी कवि कुसुमाराज का महाराष्ट्र के सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान महत्वपूर्ण है, उनके अभिवादन और सम्मान के रूप में, कुसुमराज के जन्मदिन '27 फरवरी' को "मराठी भाषा गौरव दिवस" के रूप में घोषित किया गया था. इसका निर्णय 21 जनवरी 2013 को लिया गया था. (Marathi Bhasha Gaurav Diwas ka itihas)
1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य की स्थापना के बाद से, "1 मई" को "मराठी राजभाषा दिवस" अथवा "मराठी भाषा दिवस" के रूप में मनाया जाता रहा है. वसंतराव नाइक सरकार, जिन्होंने मराठी को महाराष्ट्र की आधिकारिक भाषा घोषित किया, ने पहली बार 11 जनवरी, 1965 को 'मराठी राजभाषा अधिनियम, 1964' प्रकाशित किया. यह वर्ष 1966 में लागू हुआ. (Marathi Bhasha Gaurav Diwas History in Hindi)
वसंतराव नाइक सरकार ने बाद में मराठी भाषा को बढ़ावा देने के लिए राज्य में पहला भाषा निदेशालय बनाया, और क्षेत्रीय स्तर पर चार केंद्र स्थापित किए. आधिकारिक तौर पर घोषणा की गई कि सरकार मराठी में चलेगी. 'मराठी भाषा गौरव दिवस' (27 फरवरी) और 'मराठी भाषा दिवस' (1 मई) अलग-अलग दिन हैं और इस दिन का अपना अलग महत्व है. (Importance of Marathi Bhasha Gaurav Diwas in Hindi)
यह भी पढ़े
'मराठी भाषा गौरव दिवस' का महत्व क्या है? | What is Significanse of 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas' in Hindi?
- मराठी भाषा को बढ़ावा देना
- प्रसिद्ध मराठी कवि विष्णू वामन शिरवाडकर (कुसुमाग्रज) को सम्मान देने के लिए
- मराठी भाषा तथा इसका सांस्कृतिक महत्व बताने के लिए
मराठी भाषा तथा अन्य भाषाओ के आकड़े | Marathi language with other language data in Hindi
वर्ष 2011 में हुए एक सर्वे के अनुसार, भारत में हिंदी भाषा सबसे ज्यादा बोली जाती है, इसलिए यह पहले पायदान पर आती है. देश में लगभग 45 फीसदी लोग हिंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं. पूरे देश में हिंदी भाषा का सर्वाधिक इस्तेमाल होता है. इसी के साथ बंगाली और मराठी सबसे ज्यादा बोले जाने वाली भाषा है. हिंदी के बाद बंगाली भाषा दूसरे स्थान पर आती है. (Bharat me Marathi Bhasha ka upyog)
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 8.3 फीसदी लोग बंगाली भाषा का इस्तेमाल करते हैं और मराठी भाषा तीसरे स्थान पर आती है. देश में करीब 7.1 फीसदी लोग मराठी भाषा का उपयोग करते हैं. मराठी भाषा के बाद तेलगू और तमिल भाषाओं का नंबर आता है. करीब 6.9 फीसदी लोग तेलगू और 5.9 फीसदी लोग तमिल भाषा में बात करते हैं.
'मराठी भाषा गौरव दिवस' से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब | Frequently asked questions about 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas'in Hindi
मराठी भाषा गौरव दिवस किसके याद में मनाया जाता है? | In whose memory Marathi language pride day is celebrated in Hindi?
कवि विष्णु वामन शिरवाडकर उर्फ कुसुमाराज के याद में उनके जन्मदिन पर मनाया जाता है.
मराठी भाषा गौरव दिवस किस तारिक को मनाया जाता है? | On which date Marathi language pride day is celebrated in Hindi?
27 फरवरी - 27 February
'मराठी भाषा गौरव दिवस' क्यों मनाते है? | Why celebrate 'Marathi Language Pride Day' in Hindi?
प्रसिद्ध मराठी कवि विष्णू वामन शिरवाडकर (कुसुमाग्रज) द्वारा किये गए मराठी भाषा तथा सांस्कृतिक क्षेत्र में योगदान को सम्मान देने के लिए मराठी भाषा गौरव दिवस मनाया जाता है.
'मराठी भाषा गौरव दिवस' की शुरुआत किसने की? | Who started 'Marathi Bhasha Gaurav Diwas' in Hindi?
वसंतराव नाइक सरकार ने
'मराठी भाषा गौरव दिवस' की शुरुआत कब हुई? | When did 'Marathi Language Gaurav Divas' start in Hindi?
21 जनवरी 2013
यह भी पढ़े
Check out Sikas Gupta Latest Vlog on YouTube
Matri Pitri Pujan Diwas 2023: क्या होता है मातृ-पितृ पूजन दिवस? कब, क्यों और कैसे मनाया जाता है?