Padma Awards: जानिए भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के बिच का अंतर. भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री किसे और क्यों दिया जाता है. ( Bharat Ratna vs Padma Vibhushan vs Padma Bhushan vs Padma Shri in Hindi )
भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री भारत सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले तीन अलग-अलग सम्मान हैं, जो की भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. भारत सरकार द्वारा नागरिकों को भारत देश और समाज के लिए की गई उल्लेखनीय सेवा के लिए दिए जाने वाले पुरुस्कार है, जिसमे भारत रत्न सबसे बड़ा है. उसके बाद दूसरे स्थान पर पद्म विभूषण है, तीसरे स्थान पर पद्म भूषण तथा चौथे स्थान पर पद्म श्री है.
पद्म पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक हैं. ये पुरस्कार, विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला, संगीत, समाज सेवा, लोक-कार्य, विज्ञान और इंजीनियरी, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल-कूद, सिविल सेवा इत्यादि के संबंध में प्रदान किए जाते हैं.
इस लेख में हम भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार अर्थात भारत रत्न, पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री इनके बिच के अंतर को देखेंगे. इस लेख में हम यह जानेंगे की आखिर इन पद्म पुरुस्कारो में क्या अंतर है और यह किस आधार पर है. हम इन पद्म पुरुस्कारो के बारे में भी जानेंगे. पद्म पुरुस्कार के इतिहास को भी समझेंगे तथा इन पद्म पुरुस्कारो को कौन देता है?, किसके सिफारिस पर दिया जाता है?, किन कामो के लिए कौन से पद्म पुरुस्कार दिए जाते है?
पद्म पुरस्कार | Padma Awards
पद्म पुरस्कार देश के सर्वोच्च सम्मानों में से एक है, जो भारत सरकार द्वारा भारतीय नागरिको को असाधरण कार्यों के लिए प्रदान किया जाता है. भारत का सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार भारत रत्न है जिसकी शुरुआत 2 जनवरी 1954 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गयी थी. उस समय केवल जीवित व्यक्ति ही इस पुरस्कार को प्राप्त कर सकते थे, परन्तु बाद में इसे मरणोपरांत भी दिया जाने लगा.
पद्म पुरस्कार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रतिवर्ष घोषित भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है. पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं: पद्म विभूषण (असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए), पद्म भूषण (उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा) और पद्म श्री (प्रतिष्ठित सेवा). पुरस्कार गतिविधियों या विषयों के सभी क्षेत्रों में उपलब्धियों को मान्यता देना चाहता है, जहां सार्वजनिक सेवा का एक तत्व शामिल है. ये पुरस्कार, विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला, संगीत, समाज सेवा, लोक-कार्य, विज्ञान और इंजीनियरी, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल-कूद, सिविल सेवा इत्यादि क्षेत्रो में विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं.
भारत सरकार द्वारा नागरिकों को भारत देश और समाज के लिए की गई उल्लेखनीय सेवा के लिए दिए जाने वाले पुरुस्कार है, जिसमे भारत रत्न सबसे बड़ा है. उसके बाद दूसरे स्थान पर पद्म विभूषण है, तीसरे स्थान पर पद्म भूषण तथा चौथे स्थान पर पद्म श्री है. भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा/उच्चतम क्रम के प्रदर्शन की मान्यता में प्रदान किया जाता है. पद्म विभूषण सम्मान भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान के लिये दिया जाता है.पद्म भूषण किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट और उल्लेखनीय सेवा के लिए प्रदान किया जाता है. इसमें सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई सेवाएं भी शामिल हैं.
पद्म पुरस्कार इतिहास और प्रासंगिकता| Padma Award History and Relevance
भारत सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार-भारत रत्न और पद्म विभूषण की स्थापना की. भारत का सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार भारत रत्न है, जिसकी शुरुआत 2 जनवरी 1954 को भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गयी थी. आगे चलकर पद्म विभूषण में तीन वर्ग किये गए थे, पहला वर्ग, दसरा वर्ग और तिसरा वर्ग. बाद में 8 जनवरी, 1955 को जारी राष्ट्रपति की अधिसूचना के तहत इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री कर दिया गया. एक वर्ष में कुल प्रदान किए जाने वाले पद्म पुरस्कारों की संख्या (मरणोपरान्त तथा विदेशी व्यक्ति को दिए जाने वाले पुरस्कारों को छोड़कर) 120 से अधिक नहीं होनी चाहिए. शुरुआत समय में केवल जीवित व्यक्ति ही इस पुरस्कार को प्राप्त कर सकते थे, परन्तु आगे चलकर इसमें प्रावधान किया गया और 1955 से इसे मरणोपरांत भी दिया जाने लगा.
भारत रत्न और पद्म पुरस्कार के बिच अंतर? | Difference between Bharat Ratna and Padma Award in Hindi?
भारत रत्न
भारत सरकार ने २ जनवरी 1954 में दो नागरिक पुरस्कार-भारत रत्न और पद्म विभूषण की स्थापना की. भारत रत्न देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है. यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा के लिए दिया जाता है. यह मानव प्रयास के किसी भी क्षेत्र में असाधारण सेवा/उच्चतम क्रम के प्रदर्शन की मान्यता में प्रदान किया जाता है. भारत रत्न की सिफारिशें प्रधान मंत्री द्वारा भारत के राष्ट्रपति को की जाती हैं. भारत रत्न के लिए किसी औपचारिक सिफारिश की जरूरत नहीं है. भारत रत्न पुरस्कारों की संख्या एक विशेष वर्ष में अधिकतम तीन व्यक्तियों तक सीमित है. सरकार अब तक 45 व्यक्तियों को भारत रत्न पुरस्कार प्रदान कर चुकी है.
पद्म पुरस्कार
भारत सरकार ने जब 1954 में सिर्फ दो नागरिक पुरस्कार-भारत रत्न तथा पद्म विभूषण की स्थापना की थी. परन्तु आगे चलकर पद्म विभूषण में तीन वर्ग किये गए, पहला वर्ग, दसरा वर्ग और तिसरा वर्ग. बाद में 8 जनवरी, 1955 को जारी राष्ट्रपति की अधिसूचना के तहत इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री कर दिया गया. पद्म विभूषण (असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए), पद्म भूषण (उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा) और पद्म श्री (प्रतिष्ठित सेवा). ये पुरस्कार, विभिन्न क्षेत्रों जैसे कला, संगीत, समाज सेवा, लोक-कार्य, विज्ञान और इंजीनियरी, व्यापार और उद्योग, चिकित्सा, साहित्य और शिक्षा, खेल-कूद, सिविल सेवा इत्यादि क्षेत्रो में विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किए जाते हैं.
भारत रत्न | Bharat Ratna Photo Credit: Google |
पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री के बिच अंतर? | Difference between Padma Vibhushan, Padma Bhushan and Padma Shri in Hindi?
पद्म विभूषण - यह भारत रत्न के बाद भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला दूसरा उच्च नागरिक सम्मान है, जो देश के लिये असैनिक क्षेत्रों में बहुमूल्य योगदान, असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिये दिया जाता है.
पद्म भूषण - पद्म विभूषण के बाद तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म भूषण है. यह सम्मान किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट और उल्लेखनीय तथा उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा के लिए प्रदान किया जाता है. इसमें सरकारी कर्मचारियों द्वारा की गई सेवाएं भी शामिल हैं.
पद्म श्री - पद्म भूषण के बाद किसी भी क्षेत्र में प्रतिष्ठित सेवा के लिए दिया जाने वाला चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार. यह भारत सरकार द्वारा आम तौर पर सिर्फ भारतीय नागरिकों को दिया जाने वाला सम्मान है, जो जीवन के विभिन्न क्षेत्रों जैसे कि, कला, शिक्षा, उद्योग, साहित्य, विज्ञान, खेल, चिकित्सा, समाज सेवा और सार्वजनिक जीवन आदि में उनके विशिष्ट योगदान को मान्यता प्रदान करने के लिए दिया जाता है.
पद्म पुरस्कार किसे दिया जाना है कौन तय करता है? | Who decides who is to be given the Padma Award?
पद्म पुरस्कारों के लिए प्राप्त सभी नामांकनों को पद्म पुरस्कार समिति के समक्ष रखा जाता है, जिसका गठन हर साल प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है. पद्म पुरस्कार समिति की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव करते हैं, और इसमें गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव और सदस्यों के रूप में चार से छह प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं. समिति की सिफारिशें अनुमोदन के लिए प्रधान मंत्री और भारत के राष्ट्रपति को प्रस्तुत की जाती हैं.
पद्म पुरस्कारों की सिफारिश राज्य सरकार/संघ राज्य प्रशासन, केन्द्रीय मंत्रालय या विभागों के साथ साथ उत्कृष्ट संस्थानों द्वारा किया जाता है. नामांकन प्रक्रिया अब सामान्य जन के लिए भी खुली है. व्यक्ति स्वयं का स्व-नामांकन भी कर सकता है. सभी नाम आने के पश्चात् पद्म पुरस्कार समिति इन नामों पर विचार करती है. पुरस्कार समिति जब एक बार सिफारिश कर देती है. फिर प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राष्ट्रपति इस पर अपना अनुमोदन देते हैं, और इसके बाद गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इन सम्मानों की घोषणा की जाती है.
पद्म पुरुस्कारो में ज्यादा पारदर्शिता लाने के प्रयास में साल 2017 में सरकार ने सम्मानों के लिए किये जाने वाली नामांकन प्रक्रिया के नियमो में कुछ बदलाव कर दिए. इसके लिए एक अलग से पोर्टल ( वेबसाइट ) बनाया गया जिस पर न केवल राज्य सरकार, मंत्रालय या विभाग बल्कि एक आम व्यक्ति भी नामांकन कर सकता है. सिफारिश करने वाले को अपना आधार नंबर और दूसरी कई जानकारियां साझा करना होता है. इस पोर्टल के अलावा दूसरे किसी तरीके से कोई सिफारिशें स्वीकार नहीं की जाती है.
Source: padmaawards.gov.in
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