Kashi Rudraksha Convention Centre: जानिए महादेव की कृपा, मोदी की मेहनत और कशी में रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( Rudraksha Convention Centre ): जानिए क्या है काशी में बना रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, कैसे मिला इसे शिवलिंग का रूप?


पीएम मोदी ने वाराणसी में सिगरा नगर निगम के पास जापान के सहयोग से बने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( Rudraksha Varanasi Convention Centre) का उद्घाटन गुरूवार, 15 जुलाई 2021 को किया. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र ) का उपयोग किसी बड़े प्रदर्शनी, नाटक, लोक नृत्य, कवी सम्मलेन, बड़े म्यूजिक कॉन्सर्ट, कांफ्रेंस आदि में हो सकेंगे.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का रुद्राक्ष नाम पीएम मोदी द्वारा ही दिया गया था. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को शिवलिंग के आकार में बनाया गया है, जिसमे भारत और जापान की संस्कृति और सभ्यता का नजारा दिखता है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को बनाने में लगभग 186 करोड़ की लागत आई है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के नाम की तरह ही इसमें 108 ताम्बे से बना रुद्राक्ष जड़ा गया है.


आइये और अधिक जानते है रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के बारे में. कैसे शुरुआत हुई इस कन्वेंशन सेंटर की? किसने शुरुआत करवाई इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को? क्या विशेषता है रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के बनावट में? क्या है खासियत इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की? कैसे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से काशी की शोभा बढ़ेगी? कैसे वाराणसी को फायदा होगा इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से? 

काशी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर | Kashi Rudraksha Convention Centre
काशी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर
Kashi Rudraksha Convention Centre


काशी एक प्रतिष्ठित, प्राचीन तथा श्रद्धा का केंद्र रहा है | Kashi has been a prestigious, ancient and center of reverence


काशी अपने संस्कृति और इतिहास के लिए जाना जाता है. यहाँ की संस्कृति पुरे विश्व में विख्यात है. बाबा विश्वनाथ को धारण किये काशी एक पवित्र स्थल है. यहाँ की गंगा आरती पुरे दुनिया में जानी जाती है. गंगा आरती में सम्मिलित होने के लिए देश विदेश से लोग आते है. वहीँ काशी विश्वनाथ का प्राचीन मंदिर खुद में एक श्रद्धा का केंद्र रहा है. काशी का इतिहास भी काफी रोचक है. काशी को देखने के बाद आपको हजारों सालों के इतिहास का अनुभव होता है. बनारस ने कई वीर शूरवीर योद्धाओं को दिया है. इसने कई वीर सपूत को खुद के शरण में लिया है. इसने कई महापुरुषों और विद्वानों को जन्म दिया है. काशी के भूमि में कई काव्यों और ग्रंथों की रचना की गई है, कई गीत संगीत का उदगम स्थान है कशी.


काशी कला के क्षेत्र में भी अग्रणी रहा है. यहाँ के कला दुनिया भर में मशहूर है. बनारस का हश्तकला, यहाँ की बुनाई, बनारसी साडी का दुनिया भर में खूब मांग है. काशी पर्यटन के क्षेत्र में भी बहुत आगे है. यहाँ का काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती श्रद्धा का केंद्र रहा है. वाराणसी में स्थित सारनाथ पर्यटकों को आकर्षित करते है. बोद्ध जन के लिए भी वाराणसी श्रद्धा से परिपूर्ण है. वाराणसी में स्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय एक बड़ी लोकप्रिय कॉलेज है, जहाँ दुनिया भर के लोग पढ़ने आते है.



काशी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर | Rudraksha Convention Centre in Kashi


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को एक सम्मेलन केंद्र या सम्मेलन गृह के रूप में देखा जा सकता है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र ) वाराणसी के सिगरा नगर निगम के पास स्थित है. इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन गुरुवार, 15 जुलाई 2021 को किया. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का आकार शिवलिंग के रूप में ढाया गया है. इस कन्वेंशन सेंटर का नाम काशी नगरी के मिजाज के अनुरूप ही है. इस कन्वेंशन सेंटर में सनातन परंपराओं के मुताबिक ताम्बे के 108 रुद्राक्ष के दाने भी लगाए गए. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को बनाने में लगभग 186 करोड़ की लागत आई है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को दो मंजिला तथा 2.87 हेक्टेयर जमीन पर बनाया गया है और इसमें 1,200 लोगों के बैठने की व्यवस्था है. 


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( Varanasi Rudraksha Convention Centre)  ) का उपयोग किसी बड़े प्रदर्शनी, नाटक, लोक नृत्य, कवी सम्मलेन, बड़े म्यूजिक कॉन्सर्ट, कांफ्रेंस आदि में हो सकेंगे. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर भारत और जापान के मैत्री को दर्शाती है. इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, प्रदर्शनी, संगीत समारोहों और अन्य कार्यक्रम हो सकेंगे. इसके गलियारे को अलग-अलग तरह की पेंटिंग्स से सजाया गया है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्देश्य लोगों को सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद के अवसर प्रदान करना है. इस सेंटर में इंडोजापान ( भारत और जापान ) की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी. अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं सम्मेलन केंद्र ‘रुद्राक्ष’ प्राचीन शहर काशी की सांस्कृतिक समृद्धि की झलक प्रस्तुत करेगा. 



रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के निर्माण की गाथा | The story of construction of Rudraksh Convention Center


वर्ष दिसंबर 2015 में जब जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी दौरे पर पहुंचे थे, वहां उन्होंने जापान और भारत के दोस्ती को आगे बढ़ाते हुए शिंजो आबे ने वाराणसी में अंतर्राष्ट्रीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( VICCC ) प्रोजेक्ट को गिफ्ट में दिया था. इसके साथ ही इसे बनाने के लिए जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी ने करीब 186 करोड़ का फंड दिया है. रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर का डिजाइन जापान की कंपनी ओरिएंटल कंसल्टेंट ग्लोबल ने तैयारी की है. साथ ही इस कन्वेंशन सेंटर को बनाने का ठेका जापानी कंपनी फुजिता कॉर्पोरेशन को दिया गया था, इसी जापानी कंपनी फुजिता कॉर्पोरेशन ने रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को बनाया है. काशी और जापान की कला संस्कृति का प्रतीक अंतर्राष्ट्रीय रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर दुनिया के सामने दोस्ती का नया मिशाल स्थापित करेगा. 


वर्ष सितंबर 2017 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं अहमदाबाद में भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के दौरान वाराणसी कन्वेंशन सेंटर का नाम 'रुद्राक्ष' रखा था. उसी दौरान इसके डिज़ाइन को भी लॉन्च किया गया था. पीएम मोदी ने कहा था कि रुद्राक्ष प्रेम का प्रतीक, और मानवता के लिए भगवान शिव का प्रसाद है. इसीलिए इसका नाम रुद्राक्ष रखा गया है. यह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर वाराणसी के लिए जापान के प्रेम की माला होगी. यह सारनाथ में मौजूद हमारी साझा बौद्ध विरासत के लिए भी एक श्रद्धांजलि होगी.


10 जुलाई 2018 को रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुरुवार, 15 जुलाई 2021 को किया गया. यह रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर वाराणसी के सिगरा नगर निगम के पास बनाया गया है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर 186 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. उद्घाटन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जापान के राजदूत सतोषी सुजुकी, विधायक गड तथा जन सामान्य लोग मौजूद थे.


'रुद्राक्ष' एक आधुनिक भूषण और सांस्कृतिक आभा है. यह परियोजना भारत-जापान संबंधों और भविष्य के अवसरों की गुंजाइश को दर्शाती है. आज, दोनों देशों के प्रयासों से, विकास और द्विपक्षीय संबंधों पर एक नया अध्याय लिखा गया है. यह रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर भारत और जापान की दोस्ती को और मजबूती प्रदान करेगा, इन दोनों देशों के दोस्ती को नया आयाम देगा. 



रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की खाशियत | Features of Rudraksh Convention Center


  • रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर बनाने की लागत लगभग १०८ करोड़ रुपये की है.
  • यह सेंटर वाराणसी के सिगरा में लगभग तीन एकड़ (13196 Sq Mt) के एरिया में बनाई गयी है.
  • काशी के प्राचीन रूप को सहजते हुए रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की छत को शिवलिंग के आकार में बनाया गया है 
  • सेंटर के बाहर एल्युमिनियम के १०८ रुद्राक्ष लगाए गए हैं. रुद्राक्ष में कैमरा समेत सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम है.
  • वातानुकूलित सेंटर में ग्राउंड फ्लोर, और फर्स्ट फ्लोर को लेकर एक साथ 1200 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है.
  • हाॅल में बैठने की क्षमता को पार्टीशन द्वारा कम या ज़्यादा किया जा सकता है.

  • चार आधुनिक ग्रीन रूम बनाया गया है.

  • बड़े हॉल के अलावा आधुनिततम उपकरणों से सुसज्जित 150 लोगों की छमता वाला दो कॉन्फ्रेंस हाल या मीटिंग हॉल भी है.

  • वियतनाम से मंगाईं गईं कुर्सियां लगाई हैं.

  • दिव्यांगजनों की सुविधा की दृष्टि से दोनों दरवाजों के पास 6-6 व्हील चेयर का इंतज़ाम है.

  • इसके शौचालय भी दिव्यांगों फ्रेंडली बनाए गए है.

  • पूरा सेंटर वातानुकूलित है.

  • पुरे परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाई गई है.

  • सेंटर के बेसमेंट में 120 गाड़ियों की पार्किंग की व्यवस्था है.

  • कंवेंशन सेंटर के परिसर में जापानी शैली का गार्डेन व लैंडस्केपिंग बनाया गया है.

  • निरंतर और हरित ऊर्जा को प्रोस्ताहन के लिए विद्युत आपूर्ति के लिए बिजली कनेक्शन के साथ 110 किलोवाट की सौर ऊर्जा के लिए सोलर प्लांट लगाया है.

  • सेंटर को वातानुकूलित रखने के लिए इटली के उपकरण लगाए गए है.

  • दीवारों पर लगे ईंट भी ताप को रोकने के लिए कॉन्क्रीट के साथ फ्लाई ऐश का भी इस्तेमाल किया गया है.



भारत जापान दोस्ती की मिशाल है रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर | Rudraksh Convention Center is the epitome of India Japan friendship


भारत और जापान हमेशा से एक अच्छे दोस्त रहे है. दोनों के बिच अच्छी राजनैतिक और आर्थिक सम्बन्ध रहे है. भारत और जापान कई क्षेत्र में एकसाथ काम करते है, और आपसी सहयोग को बढ़ाते रहे है. भारत और जापान रक्षा के क्षेत्र में भी कदम से कदम मिला के आगे बढ़ रहे है. भारत में कई प्रोजेक्ट ऐसे है जिनमे जापान ने भी इन्वेस्टमेंट के जरिये सहयोग किया है. भारत और जापान परपम्परिक और सांस्कृतिक रूप से भी एक दूसरे से जुड़े हुए है.


भारत में बन रहे मुंबई - अहमदाबाद बुलेट ट्रैन हो या काशी का रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर. वाराणसी रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के उद्घाघाटन में भी जापान के राजदूत और उनके साथी आये हुए थे. खुद जापान के प्रधानमंत्री ने विर्तुअली इस उद्घाटन समारोह को सम्बोधित भी किया था. उद्घाटन के दौरान रुद्राक्ष को जापानी फूलो से सजाया गया था. जापान के खास फूल के अलावा जापानी छाते, जापानी बंबू और जापान से आए खास फूलों में प्रिमूला, बाना, इकेबाना, ब्लूबेल, कैमलिया, कारनेटरसन समेत भारतीय फूलों में रजनीगंधा, गेंदा, गुलाब, बेला और अन्य तरह के सजावटी फूलों का इस्तेमाल किया गया था. पूरे परिसर को जापान और भारत के झंडों से सजाया गया है.



रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर वाराणसी को देगा पर्यटन क्षेत्र में बूस्ट | Rudraksh Convention Center will give boost in tourism sector to Varanasi


काशी अपने संस्कृति और इतिहास के लिए तो पहले ही मशहूर है. कशी का मंदिर, गंगा आरती, सारनाथ, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय आदि हमेशा से पर्यटकों के केंद्र में रहा है. अब इसमें रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, गोदौलिया के बहु-स्तरीय पार्किंग, गंगा नदी पर पर्यटन विकास के लिए रो-रो जहाजों आदि का समावेश हो गया है.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से वाराणसी में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. इसकी वजह से बहुत से लोग इसे देखने तो कितने लोग काम से आएंगे. इसकी गैलरी में वाराणसी की कला, संस्कृति और संगीत को दिखाया गया है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उपयोग किसी बड़े प्रदर्शनी, नाटक, लोक नृत्य, कवी सम्मलेन, बड़े म्यूजिक कॉन्सर्ट, कांफ्रेंस आदि में हो सकेंगे. इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, प्रदर्शनी, संगीत समारोहों और अन्य कार्यक्रम हो सकेंगे. जापानी फूलों की सुगंध रुद्राक्ष में फैलेगी. जापान के खास फूल के अलावा जापानी छाते, जापानी बंबू और जापान के सजावटी सामानों से इस पूरे परिसर को सजाया गया है. जापान से आए खास फूलों में प्रिमूला, बाना, इकेबाना, ब्लूबेल, कैमलिया, कारनेटरसन समेत भारतीय फूलों में रजनीगंधा, गेंदा, गुलाब, बेला और अन्य तरह के सजावटी फूलों का इस्तेमाल किया गया है. पूरे परिसर को जापान और भारत के झंडों से सजाया गया है. जब भी कोई काशी के बाबा विश्वनाथ या गंगा आरती के दर्शन करने या बनारस घूमने आता है तो उसे यहाँ भी घूमने का एक अच्छा स्थान है.



काशी के विकास में सहायक बनेगा रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर | Rudraksh Convention Center will become helpful in the development of Kashi


काशी एक धार्मिक तथा सांस्कृतिक इतिहास के लिए जाना जाता है. काशी कला के क्षेत्र में भी अग्रणी रहा है. यहाँ के कला दुनिया भर में मशहूर है. बनारस का हश्तकला, यहाँ की बुनाई, बनारसी साडी का दुनिया भर में खूब मांग है. यहाँ का काशी विश्वनाथ मंदिर, गंगा आरती श्रद्धा का केंद्र रहा है. वाराणसी में स्थित सारनाथ पर्यटकों को आकर्षित करते है. बोद्ध जन के लिए भी वाराणसी श्रद्धा से परिपूर्ण है. वाराणसी में स्थित बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय एक बड़ी लोकप्रिय कॉलेज है, जहाँ दुनिया भर के लोग पढ़ने आते है.


काशी अपने संस्कृति तथा इतिहास के लिए जाना जाता है. कशी का मंदिर, गंगा आरती, सारनाथ, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय आदि हमेशा से पर्यटकों के केंद्र में रहा है. अब इसमें रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, गोदौलिया के बहु-स्तरीय पार्किंग, गंगा नदी पर पर्यटन विकास के लिए रो-रो जहाजों आदि का समावेश हो गया है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के वजह से पर्यटन को और भी बढ़ावा मिलने से यहाँ नए बाज़ार खुलेंगे, जिससे आर्थिक गतिविधिया भी तेज होगी. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में हमेशा दुनिया के लोगो का आना जाना रहेगा, इन लोगो के जरूरतों को पूरा करने के लिए नए उद्योग चालू होंगे.  



रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र ) से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब | Few Questions and Answers related to Rudraksh Convention Center


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर क्या है? ( Rudraksha convention centre kya hai in hindi? ) | What is Rudraksh Convention Center?

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को एक सम्मेलन केंद्र या सम्मेलन गृह के रूप में देखा जा सकता है. रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र ) वाराणसी के सिगरा नगर निगम के पास स्थित है. इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुरुवार, 15 जुलाई 2021 को किया गया.


रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (Rudraksha Convention Centre) का डिजाइन किस कंपनी ने तैयार की थी?

रुद्राक्ष इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर का डिजाइन जापान की कंपनी ओरिएंटल कंसल्टेंट ग्लोबल ने तैयारी की है.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का रुद्राक्ष नाम किसने रखा था? | Who named Rudraksh Convention Center as Rudraksh?

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का रुद्राक्ष नाम पीएम मोदी द्वारा ही दिया गया था.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का निर्माण कार्य कब शुरू हुआ? | When did the construction work of Rudraksh Convention Center start?

10 जुलाई 2018 को रुद्राक्ष कंवेंशन सेंटर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन कब हुआ? | When was the Rudraksh Convention Center inaugurated?

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा गुरुवार, 15 जुलाई 2021 को किया गया


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्देश्य क्या है? | Rudraksha convention centre purpose?

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उद्देश्य लोगों को सामाजिक और सांस्कृतिक संवाद के अवसर प्रदान करना है.


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का पता क्या है? | Rudraksha convention centre address?

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( रुद्राक्ष सम्मेलन केंद्र ) वाराणसी के सिगरा नगर निगम के पास स्थित है. 


रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर का उपयोग क्या है? | What is the use of Rudraksh Convention Center?

रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर ( Varanasi Rudraksha Convention Centre ) का उपयोग किसी बड़े प्रदर्शनी, नाटक, लोक नृत्य, कवी सम्मलेन, बड़े म्यूजिक कॉन्सर्ट, कांफ्रेंस आदि में हो सकेंगे. इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, प्रदर्शनी, संगीत समारोहों और अन्य कार्यक्रम हो सकेंगे. 



इस लेख में हमने निम्नलिखित सवालो के जवाबो को देखा और जाना. क्या है काशी में बना रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर? कैसे मिला इसे शिवलिंग का रूप? कैसे शुरुआत हुई इस कन्वेंशन सेंटर की? किसने शुरुआत करवाई इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर को? क्या विशेषता है रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर के बनावट में? क्या है खासियत इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर की? कैसे रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से काशी की शोभा बढ़ेगी? कैसे वाराणसी को फायदा होगा इस रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर से? 



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